शमाखी का इतिहास
शिरवन वंश ने शिरवन साम्राज्य पर 9 वीं से 16 वीं शताब्दी तक शासन किया, जो 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व में शुरू हुआ था। शिरवन वंश 18वीं शताब्दी के अंत में शमाखी में रहा। यह 11वीं से 12वीं शताब्दी तक शिरवन ख़ानत की राजधानी था। अड्डी-ग्यम्बेज़ का मकबरा (“सात गुंबद”) शिरवन वंश का आखिरी किला है, जिसे 11वीं और 12वीं शताब्दियों में शहर की रक्षा के लिए स्थापित किया गया था। जुमा कैथेड्रल मस्जिद (10वीं शताब्दी, 19वीं शताबदी में पुनर्निर्मित) एक प्रसिद्ध स्थल है, जहाँ शिरवन गवर्नर और अन्य ऐतिहासिक व्यक्ति दफनाए गए हैं। शहर के खंडहरों में दिलचस्पी है, क्योंकि वे 10वीं से 17वीं शताब्दी के हैं।